नियो बैंक और ट्रेडिशनल बैंकों के बीच में अंतर करना बेहद आसान है क्योंकि यह दोनों अपनी फाइनेंस सेवाएं प्रदान करते हैं. नियो बैंक अपनी सभी फाइनेंस सेवाएं ऑनलाइन प्रदान करता है जबकि ट्रेडिशनल बैंकों की अपनी बड़े पैमाने पर ब्रांच होती है.

इस आर्टिकल में जानेंगे नियो बैंक ,ट्रेडिशनल बैंक से कैसे भिन्न है?, नियो बैंक क्या होता है और ट्रेडिशनल बैंक क्या होता है? , नियो बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करते समय किन बातों का ध्यान रखें इत्यादि अन्य सभी जानकारी यहां पर दी जाएगी ,आप सभी इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक अवश्य पढ़ें.
विषय सूचि
- 1 नियो बैंक/ Neo Bank
- 2 पारंपरिक बैंक/ Traditional Bank
- 3 नियो बैंकिंग और ट्रेडिशनल बैंकिंग के बीच क्या अंतर है? / Neo Bank vs Traditional Bank
- 4 NEO BANKS : Traditional Bank चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें?
- 5 क्या नियो बैंक लोकप्रिय हैं?
- 6 Faq
- 7 नियो बैंक कैसे पैसे कमाते हैं?
- 8 ट्रेडिशनल बैंक कैसे पैसे कमाते हैं?
- 9 CONCLUSION
नियो बैंक/ Neo Bank
नियो बैंक एक फिनटेक कंपनी होते हैं जो विशेष रूप से अपनी ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करते हैं इन बैंकों की कोई भी फिजिकल ब्रांच नहीं होती. यह बैंक अपनी ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपनी वित्तीय सेवाएं प्रदान करते हैं.
न्यू शब्द का उदय ग्रीक भाषा के शब्द नियोस से हुआ है जिसका अर्थ होता है नया, इस प्रकार, एक नव बैंक ‘एक नया बैंक’ में अनुवाद करता है, जो पूरी तरह से कैप्चर करता है कि वे स्थापित बैंकिंग प्रणाली के लिए विकल्प है.
पारंपरिक बैंक/ Traditional Bank
पारंपरिक बैंक या ट्रेडिशनल बैंकिंग उन निधियों का पालन करता है जो ग्राहक अपने खाते में पैसे फिजिकली जाकर जमा करते हैं. इन बैंकों की बड़े पैमाने पर फिजिकल ब्रांच अलग-अलग स्थानों पर होती है.
ट्रेडिशनल बैंक वास्तव दुनिया में मजबूत राजनीतिक, वित्तीय और सामाजिक होते हैं .यह बैंक एक लंबे समय से काम कर रहे हैं.
इन बैंकों पर लोगों का विश्वास अत्यधिक होता है,फिजिकल ब्रांच होने की वजह से लोग इन बैंक में अपनी समस्याएं सीधे बैंक में जाकर डिस्कस कर सकते हैं.
नियो बैंकिंग और ट्रेडिशनल बैंकिंग के बीच क्या अंतर है? / Neo Bank vs Traditional Bank
नियो बैंकिंग और ट्रेडिशनल बैंकिंग के बीच निम्नलिखित अंतर है आइए इन दोनों बैंकों के बारे में जान लेते हैं:
नियो बैंक (Neo Bank) | पारंपरिक बैंक (Traditional Bank) |
नियो बैंक पूरी तरीके से डिजिटल होते हैं और यह अपनी फाइनेंस सेवाएं ऑनलाइन प्रदान करते हैं. | ट्रेडिशनल बैंकों की अपनी फिजिकल ब्रांच होती है और यह अपनी ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं के साथ आते हैं. |
नियो बैंक सस्ते होते हैं | ट्रेडिशनल बैंक जटिल खर्चो के साथ कस्टमर ओपन बोझ डालते हैं. |
नियो बैंक आमतौर पर सेविंग अकाउंट और चेकिंग अकाउंट ओपन करने की सुविधा देती है. इसके अलावा पैसे ट्रांसफर करने,बैंक अकाउंट को मैनेज करने , पर्सनल फाइनेंस के लिए टूल जैसी सुविधाएं नियो बैंक में मिल जाती है. | ट्रेडिशनल बैंक अपनी विशेष फाइनेंस सेवाएं प्रदान करते हैं जैसे क्रेडिट लाइन फाइनेंसियल एडवाइजर इन्वेस्टमेंट सर्विस क्रेडिट कार्ड जैसी कई सारी सर्विस यहां पर मिल जाती है. |
नियो बैंक आमतौर पर लचीले और शॉर्ट ट्रंप कॉन्ट्रैक्ट और कनेक्शंस के साथ काम करते हैं. | ट्रेडिशनल बैंक मजबूत लंबे समय तक चलने वाले संबंधों को विकसित करने पर जोर देते हैं. |
नियो बैंक अपनी फाइनेंस सेवाओं को एआई बेस्ड टेक्नोलॉजी पर आधारित होते हैं. | ट्रेडिशनल बैंक एक ओमनीचैनल रणनीति का उपयोग करते हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर एक भौतिक शाखा और एटीएम के माध्यम से अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं यहां पर डिजिटल बैंकिंग बुनियादी ढांचा भी शामिल होता है. |
नियो बैंक कस्टमर को रिटेल और स्माल मीडियम बिजनेस SME कैटेगरी के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं जहां पर यूटिलिटी पेमेंट पैसे ट्रांसफर रसीद निकालने और पर्सनल फाइनेंस जैसी सुविधाएं होती है | ट्रेडिशनल बैंक लार्ज स्केल पर अपनी फाइनेंस सेवाएं प्रदान करते हैं इन बैंकों का इस्तेमाल आप हर तरह की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कर सकते हैं. |
न्यू बैंक एक विशिष्ट बैंकिंग क्षेत्र को ध्यान में रखकर डिजाइन किए जाते हैं और समय-समय पर ग्राहक की जरूरतों को देखते हुए बैंकिंग सिस्टम को आसान बनाने और सुविधाजनक बनाने के लिए नई-नई तकनीक डिवेलप करते रहते हैं. | ट्रेडिशनल बैंक अपनी हर तरह की बैंकिंग सेवाएं ग्राहकों को प्रदान करते हैं लोगों को जिस तरह की बैंकिंग सुविधाएं लेनी है वह इस बैंकिंग सिस्टम के साथ जुड़ कर ले सकता है यहां पर बैंकिंग प्रोडक्ट लोगों की जरूरतों को देखते हुए बनाया जाता है. |
दोस्तों, नियो बैंक और ट्रेडिशनल बैंक दोनों में कुछ महत्वपूर्ण यहां पर अंतर के बारे में बताया गया है यही कुछ महत्वपूर्ण अंतर इन दोनों बैंकों को अलग-अलग बनाते हैं.
NEO BANKS : Traditional Bank चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें?
वैसे नियो बैंक और ट्रेडिशनल बैंक दोनों अपनी जगह सही सही है. अगर कोई व्यक्ति टेक्नोलॉजी के साथ बैंकिंग सुविधाओं का लाभ लेना चाहता है तो वह Neo Banks की ओर जा सकता है और यदि कोई फिजिकल ब्रांच, मौजूदा एटीएम और बैंकिंग प्रणाली के साथ चेक बुक जैसी सुविधाओं का लाभ लेना चाहता है तो वह ट्रेडिशनल बैंक की ओर जा सकता है.
हालांकि, आपको यह निर्धारित करने के लिए Neo Banking और Traditional Banking के बीच अंतर पर विचार करने की आवश्यकता है कि आपकी आवश्यकताओं के लिए कौन सा बेहतर है। यदि आप एक नियो बैंक में शामिल होने के बारे में सोच रहे हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
ट्रेडिशनल बैंक में आप ब्रांच में जाकर सीधे बैंक मैनेजर से बात कर सकते हैं और किसी भी तरह की समस्या आने पर बैंक से बेहतर सलूशन ले सकते हैं अगर आप आमने-सामने के संचार को महत्व देते हैं तो ट्रेडिशनल बैंक आपके लिए बेहतर हो सकते हैं.
न्यू बैंक बहुत कम शुल्क पर अपनी फाइनेंस सेवाएं दे देते हैं या फिर कहे कुछ न्यूबैंक तो आपको किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेते फिजिकल ब्रांच ना होने की वजह से यह बैंक आपको कस्टमर सपोर्ट बहुत अच्छा प्रदान करते हैं यहां पर आपको ईमेल सपोर्ट भी मिल जाता है.
ट्रेडिशनल बैंक पूरी तरीके से सुरक्षित होते हैं और इन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और DICGC के द्वारा अप्रूव्ड किया जाता है. किसी भी तरह की समस्या आने पर आपका ₹500000 तक का पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहता है.
Neo banks पूरी तरीके से सुरक्षित नहीं होते और इन बैंकों आरबीआई द्वारा लाइसेंस प्राप्त नहीं होता. अगर कोई पार्टनरशिप बैंक भागीदारी करने से मना कर देता है तो कहीं ना कहीं बैंकिंग सिस्टम में उथल-पुथल होने की समस्या होती है.
किसी भी तरह की वित्तीय संकट आने के दौरान इन बैंकों में चिंतनीय स्थिति बनी रहती है. NEO bank मैं खाता खोलते समय यह अवश्य सुनिश्चित कर ले कि वह बैंक DICGC से लाइसेंस प्राप्त हो.
क्या नियो बैंक लोकप्रिय हैं?
नियो बैंकिंग सिस्टम में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है क्योंकि यह बैंक वास्तव में उपयोग करने में सरल होते हैं और ये बैंक विशेष रुप से कस्टमरो की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए जाते हैं कोई भी फिजिकल ब्रांच ना होने के कारण ये बैंक ओवरहेड चार्ज को काफी कम कर देता है इसके अलावा यहां पर आपको नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ बैंकिंग सिस्टम मिल जाता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार , भारत की Neo Banking कंपनियों ने 2020 में $230 मिलियन से अधिक की राशि जुटाई है. भारत में 2020 तक स्मार्टफोन की प्रवेश दर 54% थी; 2040 तक, यह संख्या बढ़कर 96% होने का अनुमान है. आने वाले समय में Neo Banking बहुत ज्यादा लोकप्रिय साबित होगी.
निजी इक्विटी और वेंचर कैपिटल में निवेशक इन बैंकों के लिए बाजार की संभावनाओं को देखते हुए इन बैंकों में बहुत अधिक रुचि ले रहे हैं.
जी हां, नियो बैंक तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं,आने वाले कुछ समय बाद ट्रेडिशनल बैंक भी इन बैंकों के साथ मिलकर अपनी फाइनेंस सेवाएं दे सकते हैं.
Faq
नियो बैंक कैसे पैसे कमाते हैं?
अधिकांश नियो बैंक आय इंटरचेंज फीस के माध्यम से पैसा कमाते हैं जब कोई कस्टमर इन बैंकों के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल शॉपिंग करने या फिर किसी भी तरह का भुगतान करने के लिए करता है तो उन्हें वहां से मुनाफा मिल जाता है.
ट्रेडिशनल बैंक कैसे पैसे कमाते हैं?
ट्रेडिशनल बैंक सेविंग अकाउंट को मैनेज ना करने पर लगने वाले चार्ज एसएमएस अलर्ट समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल ना जमा करने पर लगने वाले इंटरेस्ट पर बहुत ज्यादा मुनाफा कमाते हैं.
CONCLUSION
नियो बैंकों को बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी से बहुत अधिक लाभ हुआ है. वैसे बहुत सारे लोग अपनी दैनिक जरूरतों का काम स्मार्टफोन के माध्यम से ही कर रहे हैं देश में डिजिटल क्रांति आने के बाद से बहुत सारे काम ऑनलाइन हो गई है इसी के चलते बैंकिंग सिस्टम भी बहुत ज्यादा अपडेट हुआ है.
डिजिटल क्रांति के आने के बाद से ट्रेडिशनल बैंक और नियो बैंक दोनों आपको ऑनलाइन सिर्फ 5 मिनट में आधार कार्ड और पैन कार्ड के माध्यम से बैंक अकाउंट ओपन करने की सुविधा देते है. इसके अलावा आप सभी बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ऑनलाइन ही ले सकते हैं.
इस आर्टिकल में मैंने आपको ट्रेडिशनल बैंक और नियो बैंक में महत्वपूर्ण अंतर के बारे में जानकारी दी है उम्मीद करता हूं यह जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी.